आरआरआरएलएफ ने पुस्तकालय सेवाओं में गुणात्मक विकास के लिए अनेक प्रोत्साहनकारी कार्यकलापों
की शुरूआत की है । अनेक संगोष्ठियों और सम्मेलनों के आयोजन के अतिरिक्त, इसने पुस्तकालय
एवं सूचना प्रणाली पर राष्ट्रीय नीति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है । इसने
सार्वजनिक पुस्तकालय प्रणाली और सेवाओं पर दिशा निर्देश भी जारी किये हैं । प्रतिष्ठान
के लिए किसी प्रतिष्ठित विद्वान द्वारा राजा राम मोहन राय स्मारक व्याख्यान एक वार्षिक
समारोह है । आरआरआरएलएफ अनेक राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय पेशेवर संघों जैसे आईएफएलए,
आईएलए, आईएएसएलआईसी और विभिन्न राज्य स्तरीय पुस्तकालय संघों के साथ अन्त:क्रिया करता
है ।
देश में सार्वजनिक पुस्तकालय सेवाएँ एवं प्रणाली के विकास के लिए नवोन्मेषकारी नये
विचारों और भावनाओं के प्रसार और अनुसंधान केंद्रित कार्यकलापों को प्रोत्साहित करने
के लिए प्रतिष्ठान ने वार्षिक राजा राममोहन राय पुरस्कार की शुरूआत की जो सार्वजनिक
पुस्तकालय सेवा प्रणालियों के विकास अथवा अध्ययन अभिरूचि को बढ़ावा देने के लिए उपाय
सुझाने से संबंधित लेखों के लिए दिया जाता है ।
प्रतिष्ठान ने प्रतिवर्ष सात पुरस्कार देने का एक कार्यक्रम शुरू किया है । इनमें से
एक देश में सर्वोत्तम राज्य केन्द्रीय पुस्तकालय और छ: क्षेत्रों के सर्वोत्तम जिला
पुस्तकालयों के लिए हैं । 2005 से आरआरआरएलएफ ने सर्वोत्तम ग्रामीण पुस्तकालय पुरस्कारों
की शुरूआत की । प्रत्येक राज्य को एक पुरस्कार दिया जाता है ।
पुस्तकालय सेवाओं के क्षेत्र में पाँच प्रसिद्ध पुरूषों और महिलाओं को अध्येतावृत्ति
प्रदान करने के लिए प्रतिष्ठान ने “आरआरआरएलएफ अध्येतावृत्ति” की स्थापना की है । यह
अध्येतावृत्ति उन्हें दी जाती है जिन्होंने देश में पुस्तकालय आन्दोलन के क्षेत्र में
सक्रिय भागेदारी, संगठनात्मक प्रयास या बौद्धिक नेतृत्व प्रदान किया है अथवा जो आम
लोगों में अध्ययन अभिरूचि को बढ़ावा देने के लिए समर्पित हैं ।
कार्यरत सार्वजनिक पुस्तकलयाध्यक्षों के कौशल विकास को उन्नत करने के लिए प्रशिक्षण
मॉडेयूल्स विकसित करने का प्रस्ताव है ।
Tतीन स्तरों पर इनका आयोजन किया जाना है :
स्तर 1 : भविष्य के सार्वजनिक पुस्तकालय, कौशलगत योजना कार्यशाला, राज्य स्तरीय
सार्वजनिक पुस्तकालय नीति और प्रशासनिक मुद्दों से संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों को लक्ष्य
कर। यह उम्मीद की जाती है कि प्रत्येक राज्य से 2 या 3 आधिकारिक इस कार्यक्रम में भाग
लेंगे ।
स्तर 2 : आईसीसी कौशल को केन्द्र में रखकर हस्तचालित व्यावहारिक प्रशिक्षण,
प्रशासनिक एवं प्रबंधीय कौशल, राज्य केन्द्रीय पुस्तकालयों, जिला पुस्तकालयों और बड़े
शहरों के पुस्तकालयों में मध्यम स्तर के कर्मचारियों को लक्ष्य कर । मॉडेयूलस में हस्तचालित
प्रशिक्षण दिये जाएंगे और प्रत्येक राज्य में इसका आयोजन किया जाएगा ।
स्तर 3 : पुस्तकालय के दैनिक कार्यों पर प्रशिक्षण, ऐसे कार्मिक जो पुस्तकालय
व्यवहार करने वाले लोगों और दर्शकों से मिलते हैं और जिन पर पुस्तकालय की देख-रेख की
जिम्मेदारी है । प्रत्येक राज्य के विभिन्न भागों में इसका आयोजन किया जाएगा और स्थानीय
भाषा में स्थानीय विद्वत व्यक्तियों द्वारा संचालित किया जाएगा ।
DEL NET, नई दिल्ली में प्रथम स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 23-26 नवम्बर के
दौरान किया गया जिसमें 18 राज्यों / केन्द्र शासित प्रदेशों से 38 प्रतिभागियों ने
भाग लिया ।
द्वितीय स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 30-31 जनवरी, 2012 के दौरान डॉ MCR, HRD
संस्थान हैदराबाद में किया गया जिसमें 20 राज्यों / केन्द्रशासित प्रदेशों के 39 प्रतिभागियों
ने भाग लिया ।